शॉर्टकट के चक्कर में न पड़े छात्र ----
गोरखपुर (उत्तर प्रदेश )स्थित बांसगावकी रहने वाली प्रीति सिंह का चयन
यूपी पीसीएस-2008 में नायब तहसीलदार के पद पर हुआ है|निम्न –मध्यमवर्गी परिवार में
जन्मी प्रीति पांच बहनों में सबसे बड़ी है|यूजीसी नेट क्वालीफाइडऔर अपने पुरे
एकेडमिक कैरियर में फर्स्ट डिविजन हासिल करने वाली प्रीति आगे और बड़ा मुकाम हासिल
करने का इरादा रखती हैं| उनके अनुसार ---
अपनी सफलता का श्रेय देना
चाहूंगी ---निश्चित तौर पर मेरी इस सफलता के पीछे मेरे परिवार का बहुत बड़ा योगदान
रहा है |जिस माँ –बाप की पांच –पांच लड़किया हो ,उन्होंने कितनी दिक्कतों के साथ
उनकी शिक्षा-दीक्षा का बोझ उठाया होगा और आभाव में होने के बावजूद मुझे दिल्ली और
फिर इलाहाबाद तैयारी के लिए भेजा होगा,यह मुझसे बेहतर कौन समझ सकता है|
सफलता को लेकर कितनी आश्वस्त थी ---पिछले दो इंटरब्यू में हालांकि मुझे सफलता
नहीं मिल पाई थी,लेकिन इस baar मुझे यह यकीं था की मेरा चयन हो जायेगा|
लगातार
अध्ययन के चलते राजनीती शास्त्र एवं हिंदी,इन
दोनों ही विषयों पर मेरी पकड़ हो गयी हो गयी थी और इसका मुझे भरपूर फायदा मिला|
परीक्षा की तैयारी ---- शुरू में मैंने एक साल दिली में रहकर कोचिंग ली
थी|फिर इलाहबाद आकर खुद से अध्ययन करने का फैसला किया|कोचिंग के दौरान मुझे कई तरह
की आधारभूत एवं आवश्यक बिन्दुओ की जानकारी हुई,जिसका फायदा मुझे परीक्षा के दौरान
मिला |राजनीति शास्त्र के लिए जहाँ डीडी बसु व् सईद की पुस्तको का सहारा लिया,वहीँ
हिंदी के लिए डॉ.राम स्वरूप चतुर्वेदी की किताबो ली|इग्नू के नोट्स भी कारगर हुए
|अंतिम दिनों में मेरा पूरा ध्यान रिवीजन पर था |
साक्षात्कार में पूछे गये सवाल ---- साक्षात्कार के दौरान बोर्ड के सदस्यो का
व्यवहार काफी सकारात्मक था|
उन्होंने मुझसे आतंकवाद ,नक्सलवाद ,महिला आरक्षण
,माओवाद आदि पर सवाल पूछे गये |कुछ सवाल हिंदी एवं अफेयर्स से भी पूछे गए |
आगे का इरादा है ----मुझे आगे चलकर आईएएस तक का सफ़र तय करना है |अभी
मै आगामी सिविल सेवा प्री एग्जाम की तैयारी कर रही हूँ |
पीसीएस की तैयारी कर रहे छात्र को टिप्स --- पीसीएस परीक्षा में सफलता के लिए नियमित
अध्ययन और रणनीति बेहद जरुरी है |इसका कोई शार्टकट नहीं होता है |नियमित रूप से 8 –
9 घंटे की पढ़ाई पर्याप्त होती है ,लेकिन अंतिम एक महीने में रिविजन के लिए भी खुद
को तैयार रखें|