एक मेरा दोस्त ने बहुत ही अच्छी बात लिखके भेजा जिसे मै आप सभी को भेजने से रोक नहीं पाया,
वर्तमान युग
प्रतिस्पर्धा का युग हैं|सफलता हर ब्यक्ति का लक्ष्य हैं|हर युवा अच्छी नौकरी पाना
चाहता हैं,अच्छा पॅकेज चाहता हैं,अतिरिक्त सुबिधाए भी अपेक्षित होती
हैं|स्कूल,कालेज के सर्टिफिकेट
डिग्री मात्र किसी संस्थान का द्वार खटखटाने का
अनुमति देता हैं |हर संस्थान अपनी तेराजू पर
जांचता ,तोलता ,परखता हैं,परीक्षा
लेता हैं,फिर ग्रुप डिस्कशन ,व्यक्तिगत साक्षात्कार ,मेडिकल परीक्षा
अधिकाश हम सभी अपने
जीवन का निर्णय नहीं लेते ,भीड़ का हिस्सा है हम |हर फार्म भरते हैं, एक
दो गाइड खरीद लेते हैं|माता-पिता आर्थिक रूप से सक्षम हो, तो कोचिंग संस्थान में मोती फीस दे
देते हैं,वहां भी एक छोटे से कमरे में 40-50 व्यक्ति होते हैं,पुराने पेपर हल करवा देते हैं |हर सप्ताह
टेस्ट लेते हैं |इन्टरनेट से डाउनलोड कर अपने संस्थान की सील लगाकर सामाग्री दे देते हैं |
दो गाइड खरीद लेते हैं|माता-पिता आर्थिक रूप से सक्षम हो, तो कोचिंग संस्थान में मोती फीस दे
देते हैं,वहां भी एक छोटे से कमरे में 40-50 व्यक्ति होते हैं,पुराने पेपर हल करवा देते हैं |हर सप्ताह
टेस्ट लेते हैं |इन्टरनेट से डाउनलोड कर अपने संस्थान की सील लगाकर सामाग्री दे देते हैं |
सीटे कम होती हैं
,उम्मीदवार कई गुने 1:100 का अनुपात होते हैं,औसत रूप में परिणाम निकलने
पर 100 में से 1 के घर पर त्यौहार मनता हैं ,शेष 99 रोतें है बस अगली परीक्षा के लिय फ़ार्म
भरना ,वहीँ प्रक्रिया बुझे मन से करतें हैं सफल उम्मीदवार का श्रेय 3-4 कोचिंग संस्थान लेते हैं |
धनराशि देकर फोटो लेकर फर्जिरोलनंबर चिपकाकर समाचार पत्रों के मुख्य पृष्ट पर बिज्ञापन दिए
जातें हैं, कुछ और उम्मीदवार को लुटने के लिए |
पर 100 में से 1 के घर पर त्यौहार मनता हैं ,शेष 99 रोतें है बस अगली परीक्षा के लिय फ़ार्म
भरना ,वहीँ प्रक्रिया बुझे मन से करतें हैं सफल उम्मीदवार का श्रेय 3-4 कोचिंग संस्थान लेते हैं |
धनराशि देकर फोटो लेकर फर्जिरोलनंबर चिपकाकर समाचार पत्रों के मुख्य पृष्ट पर बिज्ञापन दिए
जातें हैं, कुछ और उम्मीदवार को लुटने के लिए |